Monday, July 16, 2012


        प्यार की नय्या
फूलों की क्यारी , क्या देखती है प्यारी I
तेरे मन में जो जागी है खुशहाली I
उससे महकी दुनिया सारी I
आँगन में तेरे जो बैठी है चिड़िया प्यारी I
उसकी चहक तुने अपने जीवन में उतारी I
मेरी मनमोहिनी , इक तेरे ही भरोसे ,
अपनी प्यार की नैय्या , मैनें समंदर में उतारी I

      शुक्रिया 
कहने को कुछ बाकी न रहा I
जब मिले तो कुछ न कहा I
बहुत प्यारा है हमारा सनम ,
हम गलती करते रहे ,
 और वो हमे समझाता रहा I

 प्यार का सलाम 
यह लम्हे गुजर जायेंगे I
जो ना  फिर लौट कर आयेंगे I
बड़े प्यार से तुने हमें गुलाब भेजा I
कई दिनों से बैचैन थे ,
उस बैचैनी को तुमने ,
 अपने प्यार का सलाम भेजा I

     मद्दतों बाद 
फूलों को बाते करते देखा है I
हमने तुझको मुस्कुराते देखा है
आहें भर रही थी जब
तू मेरे पास ही खड़ी थी तब I
हमारा दिल जवान था I
 मिलने को बैचैन हो उठा था I
हमें होश कहाँ था I
तेरा मेरा इश्क मुद्दतों बाद ,
 जो  परवान चढ़ रहा था I


 मिलेंगे हम तुम
 खुदा  की चौखट  चूम कर ,
उस खुदा की मेहर का शुक्रिया करता हूँ I
यह ज़मीन आस्मां रहे , हमारे प्यार के तराने सुनाने को I
ज़िन्दगी रोशन रहे प्यार के गीत गुनगुनाने को I
उस खुदा की कृपा रहे ,
सिर्फ चन्द दिन रहे हैं ,
दो दिलों के मिल जाने को I


Saturday, July 14, 2012


     चार नहीं सवा चार 
जब तू मेरे साथ होगी , वो घडी जल्द ही हमारे साथ होगी I
घंटो गुजर जायेंगे यूहीं बातों - बातों में ,
तन्हा रातो की कोई बात न होगी I
प्यार से रोशन संसार में खुशियों की बरसातें होगीI
ओ सनम जब तू होगी ,
 तो जीवन की घड़ियाँ चार नहीं सवा चार होंगी I

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   सपनो की मूरत 
दूर दूर तक तेरा सा नहीं I
तेरे सिवा कोई अपने सा नहीं I
सपनो की मूरत को तुझमे रूबरू पाया है I
तुझसे दूर रहकर , खुद को तनहा पाया है I
तुझे पास रखने की फरियादे करता हूँ I
अब तो नींद में भी तुझसे ही मुलाकातें  करता हूँ I

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Tuesday, July 10, 2012

 एहसास तेरा ...
 तुने अपनी आँखों में छिपा के रखा I
कुछ लफ्जों में दबा के रखा I
हम मिले कई मरतबा ,
तुने अपने जज्बातों को दबा के रखा I
तन्हाई में सनम , तेरी आँखों से जो छलका ,
उस एहसास को हमने अपने दिल में संजोये रखा I
    दस्तक तेरे आने की 
 तेरी यादो के झरोखे हर तरफ I
हमारी मोहब्बत के चर्चे हर तरफI 
हम और तुम अब हुए हम -तुमI
तेरे आने की दस्तक सुनी है जब से I
हम खुद ही के काबू में नहीं हैं तब से I

sad shayari

sad shayari मेरी आदतों में तू शुमार है मेरी चाहतो की तू एक किताब है तुझे लेके कहीं दूर जाने की कशमकश में हूँ क्योंकि तू मेरी हमदम मेरी...