Wednesday, October 24, 2012

क्यूँ हो रहे परेशान :-
मैं वो इंसान 
जिसका न कोई दीन न ईमान 
फिर भी खुदा मुझ पे मेहरबान 
यह कैसी दास्तान 
कुदरत से अनजान 
कहने को नादान 
 तो कुछ के लिए मैं शैतान 
सुन के क्यूँ हो रहे हैरान 
ढूंढ ही लेता है इंसान 
कोई न कोई बहाना ,
होने को परेशान 

Saturday, October 20, 2012

ये दूरियां नहीं :-
जो खुद को तनहा समझा तो खैर नहीं 
मिलने मिलाने से हमे परहेज़ नहीं 
हम परदेशी सही पर गैर नहीं 
किस और जाएँ सोचते हैं 
तेरी ही खातिर खुद को रोकते हैं 
ये रिश्ते नहीं कहने के 
दूर जाके भी न भूले 
क्या कम है 
पास रहे न रहे हम तेरे 
पर हम तेरे हमदम हैं

ये रिश्ता तेरा मेरा :-
इंतज़ाम भी हुए
वो हमारे  भी हुए
साथ में चाँद और सितारे भी हुए
एहसान किसी का नहीं ,
तेरे मेरे इस  प्यार पर
बस कुछ  दिन और तू इंतज़ार कर
सिर्फ इतना भर ऐतबार कर
 तू दूर है फिर भी मेरे पास है
एक मीठा सा दर्द है ,
और ये दिल तेरे लिए बेकरार है
घड़ियों  की सुइयों में उलझा रहता हूँ
जब दो कांटे मिलते हैं ,
तो उनमे अपना  अक्श जान लेता हूँ

Sunday, October 14, 2012

Enjoy our collection of Love,Inspiration and Motivational Poetries on Amazon.com .Gift it to your Loved ones .
http://www.amazon.com/dp/B009QMISKW

Saturday, October 6, 2012


मन  की आवाज़ :-
क्या तेरे ख्वाब  ,
क्या तेरी आशाएं I
कुछ के हाथ में किताब  ,
क्यूंकि कल  हैं परिक्षाएं I
उसके  जीवन में बहार  ,
वो हर पल जीने को तैयार I
उस सा  बनने को हर कोई बेकरार I
क्यूँ नहीं करते खुद को स्वीकार I
एक बार सिर्फ एक बार,
कर लें  क्यूँ ना  खुद पे ऐतबार I
हम सब में बसता है एक कलाकार I
वो चुप ही रहता है ,
हर दर्द भी सहता है ,
बस निभा जाता है अपना  किरदार  I

sad shayari

sad shayari मेरी आदतों में तू शुमार है मेरी चाहतो की तू एक किताब है तुझे लेके कहीं दूर जाने की कशमकश में हूँ क्योंकि तू मेरी हमदम मेरी...